नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को जारी अपने संकल्पपत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बड़े-बड़े वादे किए हैं। पार्टी ने गरीबों, युवाओं, महिलाओं, नौकरीपेशा के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य को लेकर तो वादे किए ही हैं, सन् 84 के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों को नौकरी देने का वादा भी किया है। संकल्पपत्र से पता चलता है कि भाजपा ने केजरीवाल सरकार की मुफ्त बिजली-पानी जैसी योजनाओं की काट निकालने के लिए लोक-लुभावन वादे किए हैं। खास बात यह कि भाजपा ने केजरीवाल सरकार की ओर से हालिया कुछ महीनों में शुरू की गईं योजनाओं को आगे पांच साल तक जारी रखने की बात कही है। हालांकि भाजपा ने संकल्पपत्र में बिजली, पानी, बसों में मुफ्त सफर आदि योजनाओं का जिक्र तो नहीं किया है, मगर माना जा रहा है कि इशारा इसी तरफ है।
भाजपा ने सिख वोटों के मद्देनजर 1984 के दंगों में मारे गए हर परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने के वादे का दांव भी चला है। भाजपा ने कहा है कि 1984 के दंगों के दौरान मारे गए कमाने वाले सदस्यों के पीड़ितों के एक बच्चे को नौकरी दी जाएगी। साथ ही 84 के दंगों में विधवा हुईं महिलाओं की पेंशन ढाई हजार से बढ़ाकर तीन हजार रुपये की जाएगी।
गरीबों से किए वादे : भाजपा ने संकल्पपत्र में गरीबों के लिए पिटारा खोल दिया है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को गेहूं की जगह सिर्फ दो रुपये में एक किलो आटा देने की बात कही है। साल 2022 तक सभी बेघर व्यक्तियों को घर देने का वादा किया है।
भाजपा ने कहा है कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रहीं गरीब छात्राओं को मुफ्त में साइकिल दी जाएगी, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत कॉलेज जाने वाली लड़कियों को हेलमेट सहित इलेक्ट्रिक स्कूटी दी जाएगी। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों में दो बेटियों के जन्म के साथ सरकार निश्चित रकम जमा करेगी। 21 साल का होने पर उन्हें दो लाख रुपये मिलेगा। गरीब विधवा महिलाओं की बेटियों के विवाह पर भाजपा सरकार 51 हजार रुपये का विशेष उपहार देगी।
भाजपा ने जारी किया संकल्प पत्र, बड़े-बड़े वादे